कांग्रेस के नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ ग्वालियर जिले के अधिकारियों की बैठक करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस पूरे मामले पर बीजेपी विधि प्रकोष्ठ के वकील ने आपत्ति दर्ज कराई है। एक वकील ने सिंधिया सहित बैठक में शामिल पांच अधिकारियों को कानूनी नोटिस भेजा है। वकील अवधेश सिंह तोमर ने राज्यपाल को पत्र लिखकर अधिकारियों पर नियमानुसार कार्यवाही करने की मांग भी की है। शिकायत में कहा गया है कि आखिर सिंधिया किस हैसियत से शहर विकास को लेकर मीटिंग कर सकते हैं। बीजेपी का आरोप है कि सिंधिया अपने राजनीतिक रसूख का दुरुपयोग कर रहे हैं। दरअसल ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने महल जयविलास पैलेस में बंद कमरे में जिले के सभी प्रमुख अधिकारियों के साथ लगभग 4 घंटे तक बैठक की थी। हालांकि बैठक से बाहर निकलने के बाद अधिकारियों ने इसे बैठक नहीं बल्कि अनौपचारिक चर्चा करार दिया था। जिस पर वकील अवधेश तोमर का कहना है कि यदि अधिकारी सिंधिया के महल में चाय पीने गए थे तो सरकारी अमले को साथ क्यों ले गए, इसके साथ ही उन्होंने अपने ऑफिस आवर्स में से कीमती 4 घंटे क्यों खराब किए। तोमर का कहना है कि सर्विस नियम के अनुसार ये अधिकारी सिंधिया के महल में जाकर बैठक नहीं कर सकते हैं क्योंकि सिंधिया वर्तमान में लोकसभा राजसभा विधान सभा या अन्य किसी महत्वपूर्ण पद पर नही हैं।