हमें तो अपनो ने ही लूटा गैरों में कहां दम था. मेरी कश्ती वहीं डूबी जहां पानी कम था. चुनाव लड़ने वाले ठाकरे परिवार के पहले चश्मो चिराग आदित्य ठाकरे के दिल में भी शायद ऐसा ही कोई जज्बात कोहराम मचा रहा होगा. जिसे शिवसेना सीएम पद का अधिकारी बताती रही. जिसे अब तक कुर्सी पर बिठाने के लिए अड़ी हुई है. उसी के साथ शिवसेना ने इतना बड़ा धोखा किया. दरअसल शिवसेना में विधायक दल की बैठक आयोजित की गई. यह बैठक दादर इलाके में स्थित पार्टी कार्यालय सेना भवन में हुई, जिसमें शिवसेना के एकनाथ शिंदे को विधानसभा में शिवसेना का नेता चुन लिया गया है. पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने उनके नाम पर मुहर लगा दी है. बैठक से पहले आदित्य ठाकरे का नाम इस पद के लिये चर्चा में आया था. पर अचानक शिंदे के नाम पर मुहर लगा दी गई. अब इसके पीछे क्या वजह है. क्या आदित्य ने खुद ये सियासी दांव चला है. या ठाकरे परिवार के आगे आने पर खुद शिवसेना बैकफुट पर जा सकती थी इसलिए शिवसेना ने ये हैरतअंगेज कदम उठाया है. ये तो उद्धव या आदित्य ही बेहतर बता सकते हैं.