देवास में महज पांच सौ रूपये के लिए ये लंबी कतारें लगी हैं. कोरोना वायरस के खौफ से ज्यादा लोगों को उन पांच सौ रूपये की दरकार है जो मोदीजी की तरफ से जनधन के नाम से उनके खाते में डाले गए हैं. रुपये तो आ गए लेकिन बैंक की तरफ से इस बात का कोई इंतजाम नहीं किया गया. जिससे लोग बिना भीड़ लगाए अपने एकाउंट से पैसे निकाल सकें. जितनी जानकारी थी उतनी के हिसाब से खुद अपना ख्याल रखते हुए बारी आने का इंतजार करते रहे.
बाइट- बैंक में धूप में कतार में लगे पैसे निकालने वाले
एकाउंट में जनधन के पैसे आने का मैसेज आते ही लोग खाते से पैसे निकालने पहुंच गए. बैंक प्रबंधन ने पैसे देने का काम तो किया लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना से बचने के लिए किसी व्यवस्था को अंजाम देने में नाकाम रहे. सवाल हुए तो सिवाय कन्नी काटने के कोई और चारा नहीं था.
बाईट 2 एके श्रीवास्तव बैंक मैनेजर
हालांकि कलेक्टर ने जरूर लोगों से अपील की है वो जनधन का पैसा लेने भी घरों से बाहर न निकले. इसके लिए बिजनेस करसपोडेंट तैयार हैं जो खुद उन तक ये पैसे पहुंचाएंगे.
बाइट- श्रीकांत पांडे कलेक्टर देवास
कलेक्टर का ये संदेश जब तक लोगों तक पहुंच पाता. तब तक देर हो ही चुकी थी. बैंकों के आगे लंबी कतारें थी जो ये जाहिर कर रही थीं कि जान से ज्यादा जरूरी वो पैसे हैं. जिनके लिए लोग कोरोना के खतरे को भी अनदेखा कर रहे हैं. न्यूज लाइव एमपी की रिपोर्ट