नौ महीने में ही कमलनाथ सरकार में रहते हुए अवैध उत्खनन रोकने में असफल रहा हूं और मैं अपनी गलती मानता हूं। ये कहना है मध्यप्रदेश के कैबिनेट मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह का। दरअसल प्रदेश सरकार के कामकाज पर अब उनके अपने ही लोग सवाल उठाने लगे हैं। वरिष्ठ कांग्रेस नेता विवेक तन्खा ने ट्वीट करके खदानों को ठेके पर नहीं देने के मामले में सरकार पर सवाल उठाए थे और अब मंत्री गोविंद सिंह ने भी तन्खा की बात से सहमति जताई है और अपनी विफलता भी स्वीकार की है। गोविंद सिंह का कहना है कि पिछले पंद्रह सालों से वे अवैध उत्खनन के खिलाफ आवाज़ उठा रहे थे लेकिन सरकार में आने के बाद वे अवैध उत्खनन पर लगाम लगा पाने में नाकाम रहे हैं। गौरतलब है कि अभी सरकार को बने नौ माह ही हुए हैं और अभी से मंत्री जी हाथ खड़े कर रहे हैं तो प्रदेश की जनता की समस्याओं का निराकरण कौन करेगा।