दमोह जिले के हटा में कृषि के छोटे मोटे उपकरण बेचने और सुधारने वाले राजबाबू विश्वकर्मा ने देशी जुगाड़ से एक हाइड्रोलिक प्रेस मशीन बनाई है। यह मशीन खरपतवार, चारे,भूसे, घास आदि चीजों से ईंधन तैयार करने में सक्षम है। जो कि पर्यावरण प्रदूषण रोकने और पर्यावरण सहेजने के लिहाज़ से बेहद कारगर है। राजबाबु का मानना है कि किसान खेतो में फसल तैयार के बाद नरवाई, चारा आदि जला देते हैं, जिससे पर्यावरण को नुकसान होता है, ऐसे में इस ब्रेकिट मशीन की सहायता से भारी मात्रा में ईंधन तैयार किया जा सकता है जो रोजगार का सरल और सस्ता साधन है। इस मशीन को बनाने के लिये राजबाबू ने कुछ अनुपयोगी लोहे का सामान,गार्डर प्लेट्स, इलेक्ट्रिक मोटर पंप,केबिल आदि का प्रयोग किया है जिसमें करीब 70 हजार का खर्च आया है।