महाराष्ट्र में ठाकरे सरकार संकट में है. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि पवार चाचा भतीजा में आपस में पट नहीं रही है. जिनके दम पर ठाकरे सरकार महाराष्ट्र में चल रही है. लेकिन सीएए के नाम पर चाचा भतीजे भी बंट गए हैं. भतीजे अजित पवार ने सीएए का समर्थन करते हुए साफ कह दिया है कि इससे किसीको घबराने की जरूरत नहीं. जबकि उनकी राय को चाचा शरद पवार ने सिरे से खारिज कर दिया है. जिसके बाद खबर है कि चाचा भतीजा में छिड़ गई है रार. जिसकी वजह से संकट में आ सकती है ठाकरे सरकार. यानि अजित पवार की एक बात ने अपने चाचा के पुराने दावे की ही हवा निकाल दी है. दरअसल कुछ ही दिन पहले शरद पवार ने दावा किया था कि महाराष्ट्र सरकार को किसी तरह का कोई खतरा नहीं. अब महाराष्ट्र सरकार शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलजुल कर चल रही है. अब अगर चाचा भतीजा में ही लड़ाई हो गई तो फिर ये डर रहेगा कि अजित पवार अपने समर्थकों के साथ सरकार से बाहर निकल जाएं. और सरकार फिर संकट में आ जाए. अगर ऐसा हुआ था राजनीति के चाणक्य बने शरद पवार के दावे की हवा निकलना तो तय है.