राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह के साथ दूसरा प्रत्याशी उतारा फूल सिंह बरैया को. बरैया यानि कि एक बागी नेता. जिनका सियासी इतिहास कई पार्टियों के साथ बगावत से भरा हुआ है. लिहाजा दलित प्रत्याशी का शगूफा छोड़ कर बीजेपी ने फूल सिंह बरैया में छिपे बागी को जगाने की खूब कोशिश की. इस उम्मीद पर कि शायद दिग्विजय सिंह का पत्ता कट जाए और बरैया राज्यसभा पहुंच जाए. लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. बरैया बेहद शांत रहे. सिर्फ इतना कहा कि जो हो रहा है उनकी रजामंदी से हो रहा है. बाद में राज खुला कि बरैया को उपचुनाव में भांडेर से टिकट मिलने की संभावना है. इसलिए बरैया खामोश हैं. वैसे भी भांडेर बरैया का पुराना मैदान रहा है. जहां से वो पहले भी विधायक रह चुके हैं लेकिन अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सके थे. पर कांग्रेस एक बार फिर फूल सिंह बरैया को धोखा देने जा रही है. खबर है कि बरैया को भांडेर से टिकट मिलना मुश्किल है. क्योंकि कांग्रेस के पुराने नेता महेंद्र सिंह बौद्ध ने भांडेर से दावेदारी जता दी है. महेंद्र सिंह बौद्ध खुद पहले भांडेर से चुनाव लड़ चुके हैं. दिग्विजय सिंह के करीबी हैं. उनकी सरकार में गृह जैसा अहम विभाग भी संभाल चुके हैं. लिहाजा बौद्ध ने जब यहां से फिर से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई तो दिग्विजय सिंह भी इंकार नहीं कर सके. जिसके बाद खबरे हैं कि अब भांडरे से फूल सिंह बरैया को टिकट नहीं मिलेगा बल्कि उनकी जगह महेंद्र सिंह बौद्ध यहां से चुनाव लड़ सकते हैं. ऐसे में बरैया को या तो कोई दूसरी सीट चुननी होगी या एक बार फिर बगावत की तैयारी करनी होगी. #baraiyafrombhander #bhander #mpnews #newslivemp #mahendrasinghbhodh #phoolsinghbaraiya #upchunav2020 #byelection2020 #congress #dalitummedwar