जब से कांग्रेस की सरकार बनी है तभी से सभी विधायकों की शिकायत रही है कि अधिकारी फोन नहीं उठाते…. पेटलावद विधायक वालसिह मेढा के बाद कांग्रेस के दिग्गज नेता कांतिलाल भूरिया ने भी इस बात की पुष्टी कर दी कि…. झाबुआ मे कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ही फोन उठाते हैं…. बाकी कोई अधिकारी फोन नही उठाते…. उन्होने तो यहां तक कहा की झाबुआ के परिवहन अधिकारी से बात करना हो तो पहले उनके दलाल को फोन करना पड़ता है… उसके बाद अधिकारी से बात हो पाती है…साफ है दिग्गज आदिवासी नेताओं का यह दर्द साफ बयां कर रहा है कि…. सूबे में सरकार के होते हुऐ भी विधायकों को अधिकारी तव्वजो नही दे रहे…. और लगता है विधायकों की सुनवाई जब सरकार में भी नही हो पायी… तो अब उनका यह दर्द मंच से छलकने लगा है….