चार दिन पहले मप्र की विधानसभा में हुए मत विभाजन पर अब बीजेपी ने पलटवार किया है… बता दें कि इसी मत विभाजन में दो भाजपा विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कर भाजपा के सरकार बनाने के सपने को चकनाचूर कर दिया था… वहीं वोटिंग मामले में नया मोड़ आ गया है… नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव का कहना है कि जब कांग्रेस के 12 विधायक सदन में मौजूद ही नहीं थे तो वोटिंग में उनके हस्ताक्षर कैसे हो गए… भार्गव ने आगे कहा कि मत विभाजन का वीडियो साक्ष्य भी नहीं बनाया गया है… जिसके चलते अब भाजपा राज्यपाल से मिलकर मामले की जांच करवाएगी… और मांग करेगी कि कांग्रेस के उन विधायकों के हस्ताक्षरों के सत्यापन करवाए जिन्होंने सदन में बिना मौजूदगी के मत विभाजन में हस्ताक्षर किए… भार्गव का सवाल था कि कांग्रेस के पास कुल 121 विधायक हैं और मत विभाजन के दिन सदन में 10 से ज्यादा विधायक मौजूद नहीं थे तो कांग्रेस को 122 मत कैसे मिले… यदि भाजपा का यह दांव पड़ गया तो कांग्रेस चारों खाने चित्त होगी..