कांग्रेस से उखड़े तो बीजेपी की तरफ हुआ ज्योतिरादित्य सिंधिया का झुकाव. मध्यप्रदेश कांग्रेस के आला नेताओं ने तो जैसे सिंधिया से किनारा ही कर लिया है. पहले तो उनके और अध्यक्ष पद के बीच रोड़ा बने रहे और अब उन्हें झाबुआ के उपचुनाव से भी अलग थलग कर दिया है. ऐसे में बीजेपी से सिंधिया की नजदिकियां लाजमी हैं. और क्या पता कभी इतिहास दोहराने की नोबत आ ही जाए. इसलिए विरोधियों से भी सोहार्दपूर्ण संबंध बने रहना जरूरी है. खबर तो ये है कि सिंधिया जिस एयरपोर्ट पर थे वहां की वेटिंग लॉउंज में बीजेपी नेता थावरचंद गहलोत भी मौजूद थे. सिंधिया खुद उनके पास उठ कर गए और कुछ देर तक गहलोत से गुफ्तगूं भी की. इसे आप उनका शाही सलीका कह सकते हैं. लेकिन इस मुलाकात पर सवाल इसलिए कि उसी जगह पर दिग्विजय सिंह भी मौजूद थे. और सूत्रों की खबर है कि गहलोत से लंबी बात करने वाले सिंधिया ने दिग्विजय सिंह के साथ चंद पल भी बात नहीं की. अब क्या कहें. ये इशारा किस तरफ है.