सीएम शिवराज सिंह चौहान ने फिलहाल मिनी मंत्रिमंडल का गठन किया है. सिर्फ पांच मंत्रियों के साथ उनके सरकार की गाड़ी फिलहाल चल निकली है. इस मंत्रिमंडल में कौन-कौन है सभी जानते हैं नरोत्तम मिश्रा , कमल पटेल, मीना सिंह के अलावा सिंधिया गुट के दो चेहरे तुलसीराम सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत को जगह दी गई है. इस वजह से काफी वरिष्ठ नेता मंत्रिमंडल में शामिल होने से रह गए हैं. जिसमें 1 नाम है यशोधरा राजे सिंधिया का. राजनीतिक गलियारों में यह अटकलें हैं कि अगर सिंधिया गुट के मंत्रियों को सिंधिया गुट के नेताओं को मंत्री बनाने की मजबूरी ना होती तो इन पांच चहरों में एक चेहरा यशोधरा राजे का भी होना तय था ।लेकिन भतीजा अपनी बुआ पर भारी पड़ गया अपनी ताकत दिखाना ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए जरूरी है। लिहाजा 5 लोगों में उनके गुट को जगह देना भी जरूरी था। आखिर महाराज इसी शर्त पर तो बीजेपी में शामिल हुए हैं उस वक्त उनकी बुआ यशोधरा राजे ने भी दिल खोलकर उनका बीजेपी में स्वागत किया था और यह भी कहा था कि अब परिवार एक ही पार्टी में शामिल हो चुका है। पर शायद यशोधरा राजे को लगने लगा होगा कि सिंधिया के बीजेपी में आने से सबसे ज्यादा अगर किसी की राजनीति पर फर्क पड़ेगा तो वह, वह खुद है।