जबलपुर से कांग्रेस के उम्मीदवार विवेक कृष्ण तन्खा सुप्रीम कोर्ट के सीनियर एडवोकेट हैं। वे फिलहाल कांग्रेस की ओर से राज्यसभा सदस्य भी हैं। नामांकन के दौरान दिए गए शपथ पत्र के मुताबिक तन्खा के पास महंगी कारों और बंगलों की अच्छी खासी तादाद है। उनके पास जबलपुर के अलावा मुंबई, दिल्ली और गुरुग्राम में बंगले हैं। यही नहीं तन्खा के पास होंडा सिटी, मर्सिडीज़ बेंज, पजेरो, मित्शुबिशी अकॉर्ड, होंडा और ऑडी जैसी महंगी और लग्जरी कारें हैं। तन्खा के पास कई एकड़ एग्रीकल्चर लैंड भी है। 2014-15 के इनकम टैक्स रिटर्न के मुताबिक तन्खा की सालाना इनकम 15 करोड़ रुपए से अधिक है। तन्खा हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट में किसी केस में अपीयर होने के लिए लाखों रुपए फीस लेते हैं। जानकारी के मुताबिक विवेक तन्खा को MP गवर्नमेंट ही एक पेशी के 5 लाख रुपए फीस देती है। हालांकि विवेक तन्खा समाज सेवा से जुड़े मामलों में मुफ्त पैरवी करते हैं लेकिन इसके बावजूद उनके पास बड़े- बड़े कॉर्पोरेट क्लाइंट हैं जिनसे वो लाखों रुपए की फीस लेते हैं। जानकारों का कहना है कि लोकसभा चुनाव लड़ने के दौरान विवेक तन्खा को अपना अधिकांश समय जबलपुर लोकसभा सीट में देना होगा। चुनाव प्रचार के दौरान व्यस्त रहने से वे कोर्ट में अपीयर नहीं हो पाएंगे और इसके चलते उन्हें करोड़ों रुपयों की फीस का नुकसान हो सकता है। लोकसभा सीट से उम्मीदवार घोषित होने के बाद से तन्खा लगभग एक महीने का समय जबलपुर में बिताएंगे और न्यूनतम पांच लाख रुपए एक अपीयरेंस की फीस के हिसाब से दिन की दो पेशी का भी कैल्कुलेशन किया जाए तो विवेक तन्खा को दो से ढाई करोड़ रुपए की फीस का लॉस हो सकता है। बाकी चुनाव में होने वाला खर्च तो अलग है ही।