बतौर सीएम कमलनाथ ज्योतिरादित्य सिंधिया की जिस बात की अनदेखी करते रहे. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने उन बातों को गंभीरता से लिया है. सिर्फ इतना ही नहीं चुपचाप ज्योतिरादित्य सिंधिया की बात भी मान ली है. दरअसल सिंधिया ने प्रदेश के नए नवेले कृषि मंत्री कमल पटेल के नाम एक पत्र लिखा और जो मांग की उस पर सहमती जताते हुए उस तुरंत मान लिया गया है. इस पत्र में सिंधिया ने प्रदेश के चना और सरसों उगाने वाले किसानों की चिंता करते हुए लिखा था कि इन दोनों की बंपर पैदावार को देखते हुए खरीदी की सीमा को बढ़ाया जाना चाहिए. आपको बता दें कि फिलहाल चना और सरसों की खरीदी सीमा 14 से 15 क्विंटल है. जिसे बढ़ा कर सिंधिया ने बीस क्विंटल करने का सुझाव दिया था. इस पत्र को लिखे दस दिन भी नहीं बीते होंगे कि शिवराज सरकार ने इस सुझाव पर हामी भर दी है. सिर्फ हामी ही नहीं कृषि मंत्री ने सिंधिया के इस सुझाव को किसानों की हक में वाजिब भी माना है. भई मान गए जो कद्र सिंधिया कि चिट्ठियों की कांग्रेस में नहीं हुई वो बीजेपी में जोर शोर से हो रही है. मतलब यहां महाराज का जलवा कायम है.