MP में बिजली गुल होना कांग्रेस सरकार की निशानी बन चुका है। आम जनता तो रोजाना ही बिजली की कमी से परेशान है लेकिन जब खुद सत्ताधारी कांग्रेस के इंदौर कार्यालय की बिजली गुल हुई तो हड़कंप मच गया। जानकारी मिली है कि इंदौर में जब दो से ढाई घंटे तक बिजली नदारद रही उस समय शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी और इंदौर लोकसभा उम्मीदवार पंकज संघवी मौजूद थे। जीतू पटवारी ने बिजली कंपनी के सीएमडी को फोन लगाकर जमकर फटकार लगाई। जिसके बाद पूरा बिजली महकमा हरकत में आ गया। आनन फानन में कार्रवाई शुरू हुई और 174 कर्मचारियों को निपटा दिया गया। मालूम पड़ा है कि एग्जिक्यूटिव इंजीनियर, असिस्टेंट इंजीनियर, जूनियर इंजीनियर, लाइनमैन समेत 85 कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया है वहीं 89 आउटसोर्स कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया है। इंदौर शहर के 6 इंजीनियर सस्पेंड किए गए। जिनमें सहायक यंत्री अभय पांडे डेली कालेज , सीके चंदेल एचटी सेक्शन सेंट्रल डिविजन, कनिष्ठ यंत्री राहुल यादव सुभाष चौक, भरत जैन तिलक नगर, संजय कुलकर्णी सिरपुर, अमर सिंह सोलंकी डेली कालेज शामिल हैं। इंदौर शहर के 10 लाइनमैन को भी लापरवाही के चलते निलंबित किया गया। शहर के आउट सोर्स के 15 कर्मचारी सेवा से पृथक किए गए। इंदौर ग्रामीण के सहायक यंत्री सुशील कैथवास महू, कनिष्ठ यंत्री अरविंद जैन चिकलौंडा, विपिन जैन सिमरोल, अशोक ठाकुर तिल्लौर निलंबित हुए। इंदौर देहात के 4 लाइनमैन पर सस्पेंशन की कार्रवाई हुई, वहीं 8 आउससोर्स कर्मचारी नौकरी से निकाल दिए गए। बड़वानी ग्रामीण के कार्यपालन यंत्री प्रमोद सोनी को भी निलंबित किया गया। इंदौर राजस्व संभाग में कुल 30 कर्मचारी-अधिकारी निलंबित हुए हैं, जबकि कुल 60 आउट सोर्स कर्मचारी नौकरी से निकाल दिए गए हैं। शुजालपुर के कार्यपालन यंत्री पीसी कंसोतिया और उज्जैन पश्चिम शहर संभाग के कार्यपालन यंत्री आरजी भावसार को निलंबित किया गया हैं। इसके अलावा अन्य 7 कनिष्ठ यंत्री और 44, लाइनमैन सस्पेंड हुए हैं। वहीं 31 आउट सोर्स कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया है।