मध्यप्रदेश सरकार मीसाबंदियों पर मुसीबत बनकर टूटी है। पहले तो मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मीसाबंदियों की पेंशन बंद कर उनकी बुढ़ापे की लाठी छीन ली और फिर उनके मंत्रियों ने मीसाबंदियों का मान- सम्मान भी नहीं रहने दिया। हाल ही में मध्यप्रदेश सरकार के पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने बयान दिया था कि मीसाबंदियों में कई लोग गुंडे और हत्यारे भी है। जिसका मीसाबंदी विरोध कर रहे हैं। और कलेक्टर के ज्ञापन देकर उन्होंने कहा है कि कमलनाथ ने बुढ़ापे में उनसे उनकी आय का एकमात्र जरिया भी छीन लिया है। और अब वो जिस भी सीट से चुनाव लड़ेंगे वहाँ मीसाबंदी उनका विरोध करेंगे और उनका जीतना मुश्किल कर देंगे।