लोकसभा में करारी शिकस्त झेलने के बाद कांग्रेस चुनावी मैदान में उतरने से पहले कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है. न ही कोई जल्दबाजी करना चाहती है. इसलिए कांग्रेस ने पार्टी सदस्यता और टिकट को लेकर आवेदन करने की तिथि तेईस से बढ़ा कर पच्चीस सितंबर कर दी है. पार्टी की प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. और लिखा कि लोगों क उत्साह को देखते हुए पार्टी ने ये फैसला लिया है. लेकिन चुनाव लड़ने के लिए टिकट हासिल करना सदस्यता लेना जितना आसान नहीं होगा क्योंकि इसके लिए कांग्रेस ने कड़े नियम तय किए हैं. और जो उम्मीदवार इन नियमों पर खरा उतरेगा उसे ही टिकट मिलना संभव होगा. टिकट की चाह रखने वाले हर उम्मीदवार को तीन पन्नों का आवेदन जमा करना होगा. जिसमें वो अपने पिछले पांच साल के काम का ब्यौरा देगा. इसके अलावा और इससे बड़ी शर्त ये होगी कि टिकट का इच्छुक नेता का कांग्रेसी होना अनिवार्य है. लिहाजा इस शर्त को पूरा करने के लिए खुद को कांग्रेसी साबित करने की होड़ भी मच गई है. बस अब देखना ये है कि क्या चुनाव जीतने के लिए प्रत्याशी का कांग्रेसी होना ही अनिवार्य होगा या जनता में पैठ का भी हिसाब देना होगा.