एक तरफ जहां मध्यप्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाए जाने की मांग को लेकर उनके समर्थक लामबंद हो रहे हैं। वहीं कुछ दिन पहले पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के बंगले पर दिग्विजय सिंह समर्थक मंत्री और विधायक जमा हुए थे जिसमें मंत्री डॉ. गोविंद सिंह भी शामिल थे। तब अटकलें लगाई जा रही थीं कि ये बैठक पीसीसी अध्यक्ष पद के लिए दबाव बनाने को लेकर हुई है। डॉ. गोविंद सिंह को भी अध्यक्ष पद का दावेदार माना जा रहा था। हालांकि बाद में गोविंद सिंह ने ये कहकर पल्ला झाड़ लिया कि पीसीसी अध्यक्ष के लिए उनकी राय कोई अहमियत नहीं रखती है। लेकिन इन सभी सियासी हलचलों के बीच डॉ. गोविंद सिंह दिल्ली में पीसीसी चीफ के सबसे बड़े दावेदार ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिलने पहुंचे। दिग्गी समर्थक डॉ. गोविंद सिंह की सिंधिया से मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है। जब प्रदेश कांग्रेस के ग्वालियर चंबल अंचल के कई जिला पदाधिकारी और कार्यकर्ता ज्योतिरादित्य सिंधिया को पीसीसी अध्यक्ष बनाने की मांग कर रहे हैं और जानकारी के मुताबिक 5 मंत्री और 14 विधायक भी सिंधिया के फेवर में हैं ऐसे में गोविंद सिंह की सिंधिया से मुलाकात के अलग-अलग मायने निकाले जा रहे हैं। क्या गोविंद सिंह दिग्विजय सिंह के कहने पर सिंधिया को मनाने गए थे या सिंधिया और दिग्विजय गुट मिलकर कमलनाथ पर दबाव बनाने की तैयारी में है, इस तरह के कई सवाल सियासी गलियारों में गूंज रहे हैं जिनका जवाब कुछ दिनों में मिलने की संभावना है।