मध्यप्रदेश में कांग्रेस की गुटबाजी गाहे बगाहे उजागर हो ही जाती है. पंद्रह साल बाद सूबे की सत्ता में लौटने के बाद न तो मंत्री अपना दबदबा दिखाने से चूक रहे हैं. और न ही कार्यकर्ता शांत बैठने को तैयार हैं. ताजा मामला ग्वालियर का है जहां उमंग सिंघार दौरे पर पहुंचे. कार्यकर्ताओं के पास मौका तो था अपनी बातें सुनाने और शिकायतें बताने का. लेकिन उससे पहले ही कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए. लड़ाई इस बात की थी कौन किससे बेहतर. एक तरफ थे सिंधिया समर्थक और दूसरी तरफ कमलनाथ समर्थक. अब ये तस्वीरें देखकर आप ही अंदाजा लगा लीजिए कि कौन पड़ा किस पर भारी. बहरहाल मामला तब शांत हुआ जब उमंग सिंघार गुस्से में उठ कर सभा छोड़ कर ही चले गए. तब कार्यकर्ताओं की अक्ल ठिकाने आई और वो शांत हुए. लेकिन तब तक बात बिगड़ चुकी थी. कांग्रेस की गुटबाजी फिर सतह पर नजर आई. और फिर यही सवाल उठा कि कब कांग्रेस एक होगी. न्यूज लाइव एमपी डेस्क.