खुद भाजपा के लोगों के समझ नहीं आ रहा है कि आखिर बाबूलाल गौर चाहते क्या हैं? क्या बाबूलाल गौर की इन दिनों की जा रही बयानबाजी विधानसभा चुनावों में टिकट नहीं दिए जाने की नाराजगी है या लोकसभा के टिकट के लिए दबाव बनाने की कोशिश है? जो भी हो गौर के बयान इन दिनों मीडिया की सुर्खियां बने हुए हैं. आइए जानते हैं पिछले कुछ दिनों में गौर ने क्या बयान दिए हैं-
गौर के बयान
1. दिग्विजय सिंह ने मुझे कांग्रेस की तरफ से लोकसभा चुनाव लड़ने का ऑफर दिया है, मैने कहा कि मैं विचार करूंगा
2. अभी देख रहे हैं कौन सी लड़की अच्छी है उससे शादी करें
3. भाजपा में वरिष्ठ नेताओं की हो रही अनदेखी, कुशाभाऊ ठाकरे के जमाने की भाजपा नहीं रही
वीओ- गौर के बयान तो भाजपा में हलचल मचा ही रहे हैं ऊपर से लगातार कांग्रेस के नेता गौर के घर जा-जाकर और भी शंका पैदा कर रहे हैं। कभी दिग्विजय सिंह तो कभी जीतू पटवारी गौर के घर भोजन पर पहुंच जाते हैं और भाजपाइयों के दिलों की धड़कन तेज हो जाती है। गौर के घर पहुंचे जीतू पटवारी का कहना है कि गौर उनके पिता समान हैं।
बाइट- जीतू पटवारी कांग्रेस नेता
वीओ- वहीं गौर की इस बयानबाजी पर अब भाजपा संगठन ने कड़ा रुख अपनाया है। प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह का कहना है कि अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बाइट- राकेश सिंह प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा
वीओ- भारतीय जनता पार्टी को फर्श से अर्श तक पहुंचाने वाले जमीन से जुड़े नेताओं में बाबूलाल गौर का भी शुमार होता है। पिछले कुछ दिनों से साइडलाइन चल रहे गौर की बयानबाजी पर पार्टी के नेताओं की त्योरियां चढ़ी हुई हैं लेकिन वरिष्ठता का लिहाज करके कार्रवाई नहीं हो रही है। अब देखना है प्रदेश अध्यक्ष के बयान के बाद भी कोई कार्रवाई होती है या फिर बुजुर्ग नेता का लिहाज करते हैं।