कांग्रेस नेता भी न जाने कितने गुटों में बंटे हैं. खासतौर से मध्यप्रदेश में. कोई दिग्गी कांग्रेस का नेता है तो कोई कमलनाथ कांग्रेस का सदस्य. और जो बचे वो सिंधिया कांग्रेस में शामिल हैं. ये बात निकली है उस विज्ञापन के बाद जो खुद कांग्रेस ने छपवाया है. अपने नेता और सूबे के मुखिया कमलनाथ के लिए. सजा तो सीएम को दी गई शुभकामनाओं से है. पर बीच बीच में कुछ ऐसी बातों का जिक्र है जिसे देखकर लगता है कि बधाई देने वाला सीएम की तारीफ कम तौहीन ज्यादा कर रहा है. ये है वो विज्ञापन जो सीएम को बधाई देने के लिए छपवाया गया है. प्रदेश कांग्रेस की तरफ से छपे इस विज्ञापन में लिखा है कि कमलनाथ की वो बातें जो बनाती हैं उन्हें खास. पर बीच बीच में जो बातें लिखी हैं वो हर कमलनाथ समर्थित कांग्रेसी को नागवार गुजर रही हैं. इस विज्ञापन में लिखा है उसका मजमून कुछ इस तरह है. जनता पार्टी की सरकार के दौरान संजय गाँधी को एक मामले में कोर्ट ने तिहाड़ जेल भेज दिया , इस दौरान कमलनाथ जानबूझकर एक जज से लड़ पड़े और उन्हें तिहाड़ जेल भेज दिया गया ये तो सिर्फ एक झलक भर है विज्ञापन में और भी ऐसी कई बातें लिखी हैं यहां तक कि कमलनाथ के हार का जिक्र और वो इससे पहले मुख्यमंत्री पद से कैसे चूके इसका भी जिक्र है. बौखलाए कमलनाथ समर्थक इस विज्ञापन को बीजेपी की साजिश बता रहे हैं.
बाइट कांतिलाल भूरिया, कांग्रेस विधायक
वीओ- दूसरी तरफ बीजेपी ने इस मुद्दे पर चटखारे लेने शुरू कर दिए हैं. बीजेपी नेता विजेश लुणावत ने भी इस पर ट्वीट किया है. जिसमें लिखा है मुख्यमंत्री कमलनाथ को बधाई या बत्ती. अब ये तो कांग्रेस ही बता सकती है कि ये उनकी गुटबाजी का नतीजा है या फिर बीजेपी गुटबाजी का फायदा उठा रही है.