पीएम नरेंद्र मोदी का जलवा इस वक्त सिर्फ देश ही नहीं पूरी दुनिया मान रही है. वैसे जीत का ये मिशन आज से जारी नहीं है. ये तो उस वक्त से चला आ रहा है जब वो पार्टी के छोटे से कार्यकर्ता थे. उस वक्त भी वो बीजेपी का परचम जहां जहां लेकर गए. वहां पार्टी की साख मजबूत होती चली गई. हरियाणा भी ऐसा ही प्रदेश है जहां बीजेपी हिट है क्योंकि मोदी सियासत में आज भी फिट हैं और तब भी फिट थे. ये बात साल 1995 से 2000 के बीच की है. जब मोदीजी को हरियाणा का प्रभारी बनाया गया. उन दिनों हरियाणा में कांग्रेस, इनेलो और हरियाणा विकास पार्टी का दबदबा था. 1991 के चुनाव में बीजेपी यहां से सिर्फ दो सीटें जीत सकी थी और 70 पर उसकी जमानत जब्त हो गई थी. लेकिन मोदीजी की मौजूदगी ने यहां पार्टी को नया बल दिया. और परिणाम काफी हद तक बीजेपी के लिए सकारात्मक ही रहे. 1996 में बीजेपी ने यहां से ग्यारह सीटों पर जीत दर्ज की. और सिर्फ तीन सीटों पर जमानत जब्त होने की नौबत आई. उस वक्ती बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष रमेश जोशी हुआ करते थे. अब कमान उनके बेटे संदीप जोशी के हाथ है. जिन्हें ये मानने से कोई गुरेज नहीं कि प्रदेश में बीजेपी की साख मजबूत करने में नरेंद्र मोदी का बड़ा हाथ है. यानि जिस संघर्ष ने बीजेपी को हरियाणा में सत्ता तक पहुंचाया है उसका श्रेय पीएम नरेंद्र मोदी को भी जाता है.