इंदौर से लगातार 8 बार की सांसद रही सुमित्रा महाजन के चुनाव लड़ने से मना करने के बाद अब राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी चुनाव की रेस से खुद को अलग कर लिया है। कैलाश ने ट्वीट कर के यह जानकारी दी है। कैलाश ने लिखा है कि इंदौर की जनता, कार्यकर्ता व देशभर के शुभचिंतकों की इच्छा है कि मैं लोकसभा चुनाव लड़ूं, पर हम सभी की प्राथमिकता समर्थ और समृद्ध भारत के लिये श्री नरेन्द्र मोदी को पुनः PM बनाना है। पश्चिमबंगाल की जनता मोदीजी के साथ खड़ी है, मेरा बंगाल रहना कर्तव्य है, अतः मैंने चुनाव न लड़ने का निर्णय लिया है। साथ ही कैलास ने एक और ट्वीट करके कहा है कि BJP के प्रत्येक कार्यकर्ता का सिद्धांत है Nation First-Party Second-Self Last जहाँ सवाल देशहित और पार्टी हित का हो वहाँ स्वयं का कोई महत्व नहीं रह जाता। हमारे सामने पश्चिम बंगाल में पार्टी को अधिकाधिक सीटे जिताने का लक्ष्य है,यह लक्ष्य जितना बड़ा है उतनी ही बड़ी चुनौती भी है। कैलाश के इस निर्णय के बाद भाजपा के लिए भोपाल के साथ -साथ इंदौर में भी प्रत्याशी तलासना बड़ी चुनौती हो गई है। हालांकि ये दोनो सीटें भाजपा का गढ़ मानी जाती हैं और दोनो ही प्रदेश के बड़े शहर हैं। ऐसे में भाजपा इन सीटों की उलझन कैसे सुलझाएगी यह देखने वाली बात होगी।