परासिया का जामुनबर्रा गांव एक पहाड़ पर बसा है। जिसकी वजह से यहां के नदी नाले ठंड के मौसम में ही सूखने लगते हैं और पेयजल की समस्या ग्रामीणों के सामने आ जाती है। और ऐसी जगहों पर प्रशासन का कर्तव्य बनता है कि ग्रामीणों के लिए कुँए आदि की व्यवस्था करे। पर प्रशासन के सभी अधिकारी यहाँ चादर तान कर सो रहे हैं। और गांव गर्भवती महिलाओं तक को पानी की बाल्टी लेकर तीन किलोमीटर तक पहाड़ चढ़ना पड़ रहा है। ऐसा नहीं है कि गांव के हालातों की खबर नेताओं या अन्य जिम्मेदार लोगों को नहीं है पर सभी अब अपनी चुनाव की थकान उतारने के लिए सोने में व्यस्त हैं।