मध्यप्रदेश की सियासत में कांग्रेस सरकार के कामों से ज्यादा पार्टी में गुटबाजी की खबरें हावी रही हैं. अब तक सिंधिया समर्थक ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेशाध्यक्ष बनाने की आवाज बुलंद करते रहे हैं. खुद सिंधिया इस बात की तेजी में हैं कि उन्हें जल्द से जल्द कोई पद मिल सके. लेकिन सीएम कमलनाथ दिल्ली से लेकर भोपाल तक उनकी दाल नहीं गलने दे रहे. पर अब सिंधिया अकेले नहीं हैं. उनका साथ देने वाले हैं दिग्विजय सिंह. जो अब तक कमलनाथ के साथ माने जा रहे थे वही दिग्गी राजा अपने महाराजा का साथ देने का फैसला कर चुके हैं. इन दोनों को अपने पैर कैसे जमाने हैं. इसके लिए बहुत जल्द एक बैठक होने वाली है. जिसमें दिग्गी और सिंधिया अकेले कुल 45 मिनट तक चर्चा करेंगे. अटकलें हैं कि इस बैठक में दिग्गविजय सिंह से सिंधिया प्रदेशाध्यक्ष और राज्य सभा सांसद के बारे में चर्चा करेंगे. देखना दिलचस्प होगा कि ये चर्चा आगे क्या गुल खिलाती है. और अकेले पड़े कमलनाथ क्या कदम उठाते हैं.