कांग्रेस के पूर्व महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के मुद्दे पर खुलकर बीजेपी का समर्थन किया। जबकि पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी सहित कई नेताओं ने बीजेपी के इस फैसले का विरोध किया था और गुलाम नबी आजाद ने तो इसे भारत का सर काटने की संज्ञा दी। वहीं सिंधिया ने इसे देश हित में उठाया गया कदम बताते हुए इसका समर्थन करने की बात ट्वीट की। सिंधिया के इस ट्वीट के बाद अब सवाल उठने लगे हैं कि आखिर सिंधिया ने पार्टी लाइन से बाहर जाकर ये कदम क्यों उठाया। क्या सिंधिया पार्टी के राष्ट्रीय संगठन पर कोई दबाव बनाना चाहते हैं। गुना-शिवपुरी सीट से लोकसभा चुनाव हारने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राहुल गांधी की मॉरल ब्लैकमेलिंग के बाद एआईसीसी महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि इस्तीफा देने के बावजूद सिंधिया के कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने या मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनने की अटकलें लगाई जा रही हैं। ऐसे में सिंधिया का ये ट्वीट कुछ नए ही सवालों को जन्म दे रहा है।