प्रदेश के मुखिया कमलनाथ ने कैमरे की लाइट में मतदान किया। क्योंकि विकास का आदर्श मॉडल माने जाने वाले छिंदवाड़ा में लाइट ही नहीं थी। दरअसल छिंदवाड़ा में जैसे ही कमलनाथ वोटिंग करने के लिए पहुँचे। वैसे ही मतदान केन्द्र की लाईट चली गई। जिसके बाद प्रदेश के मुखिया ने कैमरे की रोशनी में मतदान किया। इस घटना के बाद अब लगातार विपक्ष के लोग बिजली कटौती को लेकर कमलनाथ सरकार पर निशाना साध रहे हैं। गौरतलब है कि कांग्रेस सरकार पहले से ही बिजली कटौती को लेकर विरोधियों के निशाने पर रही है। और अब इस घटना ने विरोधियों एक औऱ मौका दे दिया है।