प्रदेश के मुखिया कमलनाथ ने भले ही कर्जमाफी कर सबकी वाहवाही लूटी हो, पर इस कर्जमाफी के बाद भी किसानों की हालत जस की तस है। रविवार की सुबह देवास में एक और किसान ने कीटनाशक दवा पीकर आत्महत्या कर ली। यह किसान भी सूदखोरों के कर्ज से परेशान था। जिसके चलते किसान ने कीटनाशक दवा पी ली। जिसके बाद उसके परिवार जन उसे इंदौर अस्पताल ले गए। जहाँ उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। किसान के परिजनों के अनुसार राजेश ने खेती करने के लिए साहूकार से पैसे उधार लिए थे पर साहूकार का ब्याज ही मूलधन से अधिक हो गया। साथ ही इस वर्ष फसलों का उचित दाम न मिलने से किसान दबाव में था। जिसके चलते उसने आत्महत्या कर ली।