मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव 2019 का सबसे बड़ा मुद्दे किसान कर्ज माफी ही नजर आ रहा है। बीजेपी कर्ज माफी के दावों वादों को झूठा बता रही है और कांग्रेस के लोग कागजात ला-लाकर ये साबित करने पर तुले हुए हैं कि किसान कर्ज माफी वाकई हुई है। बल्कि कांग्रेस ने ये कागज भी पेश किए कि शिवराज के भाई का भी कर्ज माफ कर दिया गया है। उसके बाद गुरूवार को शिवराज सिंह चौहान ने प्रेस कांफ्रेंस करके कहा कि उनके भाई ने कर्ज माफी के लिए आवेदन ही नहीं किया तो उनका कर्ज कैसे माफ हो गया? इसके बाद फिर कांग्रेस ने प्रेस कांफ्रेंस की और शिवराज के भाई का भरा हुआ फार्म मीडिया को दिखाया। वहीं बीजेपी के लोगों ने उस रजिस्टर की फोटो कॉपी दिखाई जिसमें लिखा हुआ था कि इस कृषक ने फार्म नहीं भरा है। वहीं अब कांग्रेस सरकार ने शिवराज के भाई के खिलाफ जांच भी शुरू कर दी है जिसमें आयकर दाता होने के बावजूद उनके द्वारा कर्ज माफी का फायदा लेने की जांच की जाएगी। कुल मिलाकर प्रदेश की राजनीति किसान कर्ज माफी के इर्द गिर्द घूम रही है और बीजेपी और कांग्रेस के नेता इसको अब व्यक्तिगत प्रतिष्ठा का प्रश्न बनाने पर तुल गए हैं।