विदेशो में भी अपनी खास पहचान बना चुका आगर मालवा का संतरा इस साल मारा-मार फिर रहा है। दरअसल इस साल संतरे की पैदावर तो अच्छी खासी हुई है। पर मौसम की मार के कारण संतरे में दाग पड़ गए हैं। साथ ही उनका आकार भी छोटा है। इसके अलावा पाकिस्तान में संतरों का निर्यात रुकने से व्यापारी इस साल संतरों की खरीद में कोई रुचि नहीं ले रहे हैं। जिसके चलते संतरा किसानों को खासा नुकसान हो रहा है। किसानों का कहना है कि बाकी के सालों में व्यापारी नवंबर दिसंबर के महीने में ही संतरा खरीद लेते थे। पर इस साल अभी तक कोई खरीददार नहीं मिला है। साथ ही इस मामले पर प्रशासन की बेरूखी से किसानों को बड़ा नुकसान झेलना पड़ रहा है। गौरतलब है कि अकेले आगर मालवा जिले में पैतीस हजार हेक्टेयर ज़मीन पर संतरा उत्पादन होता है जिसकी मांग भारत के अलावा नेपाल, भूटान, पाकिस्तान और बंगलादेश में भी खासी होती है ।