सतना के चित्रकूट में जुड़वां बच्चों के अपहरण के समय जिले में कानून व्यवस्था की स्थिति भगवान भरोसे ही थी। जमीनी स्तर पर कानून व्यवस्था सम्हालने वाले जिले के आधा दर्जन डीएसपी स्तर के अधिकारी यहां से वहां कर दिए गए थे। 9 फरवरी को प्रदेश में थोक के भाव में अधिकारियों को इधर से उधर किया गया था जिसमें सतना जिले के आधा दर्जन डीएसपी स्तर के अधिकारी शामिल थे खास बात ये रही कि चित्रकूट के डीएसपी को शहडोल भेज दिया गया और उनकी जगह किसी की पोस्टिंग नहीं की गई।
9 फरवरी को सतना में हुए तबादले
1. एसडीओपी चित्रकूट परमाल सिंह मेहरा को एसडीओपी ब्योहारी शहडोल बनाकर भेजा
2. एसडीओपी मैहर रविशंकर पांडेय को एसडीओपी नागौद बनाकर भेजा
3. एसडीओपी नागौद हेमंत कुमार शर्मा को एसडीओपी मैहर बनाकर भेजा
4. एसडीओपी बालाघाट नीतू सिंह ठाकुर को डीएसपी सतना बनाकर भेजा
5. डीएसपी ट्रेफिस सतना अखिलेश तिवारी को डीएसपी ट्रेफिक शहडोल बनाकर भेजा
6. एसडीओपी सतना वी डी पांडे को डीएसपी पीएचक्यू भोपाल बनाकर भेजा
7. एसडीओपी स्लीमनाबाद विजय प्रताप सिंह को एसडीओपी सतना बनाया
वीओ- प्रदेश में तबादला उद्योग को लेकर पहले भी भाजपा ने सरकार को घेरा है चित्रकूट के मामले में भी भाजपा ने प्रदेश सरकार को घेरा है और आरोप लगाया है कि कहीं कहीं पुलिस और प्रशासन में लगातार हो रहे थोकबंद तबादलों के कारण प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ी है और सरकार को अब तबादले बंद करके प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति बहाल करने पर ध्यान देना चाहिए।