मध्यप्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और गुना-शिवपुरी संसदीय सीट से उम्मीदवार ज्योतिरादित्य सिंधिया के बारे में कहा जा रहा है कि गुना में वोटिंग के बाद वो छुट्टी मनाने लंदन चले गए हैं। माना जा रहा है कि सिंधिया कमलनाथ औऱ दिग्विजय सिंह से नाराज़ चल रहे हैं। दरअसल जिस तरह से हाई कमान से सेटिंग करके सिंधिया को मध्यप्रदेश से बाहर करके यूपी की कमान दिलवाई गई है उसको लेकर वो पहले ही नाराज थे वहीं उनकी सीट पर प्रचार करने के लिए भी कांग्रेस का कोई बड़ा नेता नहीं पहुंचा। सिर्फ उनके खुद के समर्थक ही गुना-शिवपुरी में डेरा डाले रहे। स्थिति ये रही कि खुद ज्योतिरादित्य सिंधिया भी प्रदेश की किसी सीट पर किसी भी कांग्रेस उम्मीदवार के लिए प्रचार करने नहीं गए। अब जबकि गुना-शिवपुरी में वोटिंग हो चुकी है तो उम्मीद की जा रही थी कि दिग्विजय सिंह और कमलनाथ की तरह सिंधिया भी बाकी बची हुई सीटों पर कांग्रेस के लिए प्रचार करने निकलेंगे लेकिन लोगों का कहना है कि महाराज तो देश से ही बाहर निकल लिए। जबकि मालवा-निमाड़ इलाके में उनके कई समर्थक हैं और ज्योतिरादित्य सिंधिया का काफी प्रभाव भी है। इंदौर, उज्जैन, देवास जैसी सीटों पर ज्योतिरादित्य के प्रचार करने से कांग्रेस उम्मीदवारों को काफी फायदा मिलता लेकिन सिंधिया ने प्रचार से दूरी बनाए रखी। बताया जा रहा है कि प्रदेश में कांग्रेस के टिकट वितरण में सिंधिया की चलने नहीं दी गई थी वहीं भिंड का उम्मीदवार भी उनकी मर्जी के खिलाफ बनाया गया था। यही कारण है कि कई सिंधिया समर्थकों ने भिंड के कांग्रेसी उम्मीदवार देबाशीष जरारिया को हराने के लिए काम किया। खैर अगर सिंधिया सचमुच बीच चुनाव में विदेश यात्रा पर छुट्टी मनाने गए हैं तो वाकई कांग्रेस की अंदरूनी सियासत में आगे कुछ और बड़ा धमाका हो सकता है।