मध्यप्रदेश में वर्तमान विधायकों को टिकट नहीं देने का अघोषित नियम तोड़ते हुए बीजेपी ने झाबुआ-रतलाम लोकसभा सीट से वर्तमान विधायक गुमान सिंह डामोर को टिकट दिया है। गुमान सिंह डामोर झाबुआ सीट से विधायक हैं। सियासी हलकों में सवाल उठ रहे हैं कि आखिर इस लोकसभा चुनाव में वर्तमान विधायक को टिकट नहीं देने का नियम बीजेपी ने क्यों तोड़ा और झाबुआ में जीएस डामोर क्यों दांव खेला। इस बारे में राजनैतिक जानकारों का कहना है कि झाबुआ लोकसभा सीट पर वर्तमान सांसद कांतिलाल भूरिया के सामने बीजेपी को गुमान सिंह से बेहतर उम्मीदवार नहीं मिल सकता था। पूर्व नौकरशाह जीएस डामोर ने कांतिलाल भूरिया के बेटे विक्रांत भूरिया को विधानसभा चुनाव में हराया है और अब वो पिता को हराने के लिए ताल ठोक रहे हैं। विधानसभा चुनाव में अपने बेटे की हार से कांतिलाल भूरिया की कमजोर होती जमीनी पकड़ का फायदा जीएस डामोर उठा सकते हैं। जानकारों का कहना है कि इलाके में भूरिया के प्रति जनता में तो नाराजगी है ही कांग्रेस पार्टी में भी काफी विरोध है। विधानसभा चुनावों में भूरिया ने जिस तरह से टिकट वितरण करवाया था उसके बाद गुटबाजी और भितरघात काफी बढ़ गई थी और लोकसभा चुनावों में भी इसका सामना कांतिलाल भूरिया को करना पड़ सकता है जिसका फायदा जीएस डामोर उठा सकते हैं।