इंदौर की सांसद सुमित्रा महाजन इस बार चुनाव नहीं लड़ रही हैं। लोकसभा समाप्ति के बाद उनके राजनैतिक करियर को लेकर कई कयास लगाए जा रहे हैं। माना जा रहा था कि लोकसभा चुनाव नहीं लड़ाकर बीजेपी सुमित्रा ताई को मार्गदर्शक मंडल की जमात में यानी बुजुर्ग हो चुके नेताओं की जमात में शामिल करने जा रही है। हालांकि जिस तरह से अपने इंदौर प्रवास के दौरान नरेंद्र मोदी ने ताई को हाथों हाथ लिया और उनसे अलग से चर्चा की उससे यह तय हो गया है कि फिलहाल ताई का सियासी सफर यहीं पर विराम नहीं ले रहा है बल्कि उन्हें संगठन में या तो कोई बड़ी और महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जाएगी या फिर उन्हें किसी राज्य का राज्यपाल बनाया जाएगा। कुछ लोगों का ये भी कयास है कि सुमित्रा ताई को उपराष्ट्रपति बनाया जा सकता है। आठ बार लगातार सांसद बनने का रिकॉर्ड बनाने वाली सुमित्रा महाजन मतदान के अंतिम चरण के अगले दिन 20 मई को दिल्ली जाकर नई लोकसभा के गठन की तैयारियों को अंतिम रूप देने में मदद करेंगी। उसके बाद यदि बीजेपी की सरकार फिर से बनती है तो ताई को कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिलना तय माना जा रहा है।