मध्यप्रदेश में कर्मचारियों की नाराजगी के कारण सत्ता से बेदखल हुए दिग्गी राजा अब लोकसभा चुनाव में कर्मचारियों को मनाते घूम रहे हैं। भोपाल लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह एक बार फिर कर्मचारियों के बीच पहुंचे और कर्मचारियों से कहा कि मैंने कौन सा पाप किया है? क्या गुनाह किया? क्षमा बड़न को चाहिए छोटन को उत्पात। यदि गलती हुई है तो एक बार और माफ कर दीजिए। दरअसल मुख्यमंत्री रहते हुए दिग्विजय सिंह ने कर्मचारी विरोधी काफी निर्णय लिए थे। और ये बयान भी दे दिया था कि चुनाव मैनेजमेंट से जीता जाता है मुझे कर्मचारियों के वोट की जरूरत नहीं है। उसके बाद पूरे पंद्रह साल तक कांग्रेस सत्ता से बाहर रही। अब जब दिग्विजय सिंह भोपाल लोकसभा से उम्मीदवार बने हैं तो फिर से उन्हें कर्मचारियों की याद आ रही है और कर्मचारियों को मनाने के लिए मंत्रालय और संचालनालय के चक्कर काट रहे हैं। दिग्विजय सिंह ने कर्मचारियों को संबोधित करते हुए अपनी गलतियों की माफी मांगी वहीं पूर्ववर्ती शिवराज सरकार पर जमकर निशाना साधा। हालांकि आचार संहिता के कारण कर्मचारी दिग्विजय से खुल कर मिलने में कतराते नजर आए। इस पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि आचार संहिता तो चलती रहती है। मामा के नाना मुख्यमंत्री बन गए हैं, फिर काहे का डरना।