बीजेपी का गढ़ मानी जाने वाली जबलपुर लोकसभा सीट पर कांग्रेस फिर से विवेक तन्खा पर दांव खेलने जा रही है। विवेक तन्खा फिलहाल कांग्रेस की ओर से राज्यसभा सांसद हैं और कांग्रेस की लीगल सेल के प्रभारी हैं। माना जा रहा है कि कांग्रेस जबलपुर की सीट पर स्थानीय उम्मीदवार को ही उतारना चाह रही है और इसके लिए विवेक तन्खा से बेहतर उम्मीदवार कांग्रेस के पास नहीं है। हालांकि 2014 के लोकसभा चुनावों में भी पार्टी ने विवेक तन्खा पर ही दांव खेला था लेकिन बीजेपी के राकेश सिंह ने उन्हें हरा दिया था। बीजेपी ने इस बार फिर राकेश सिंह को उम्मीदवार बनाया है लेकिन इस बार परिस्थितियां काफी बदली हुई हैं और विधानसभा चुनावों में मिली जीत से कांग्रेस उत्साहित है और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार भी है। वैसे सूत्रों के मुताबिक विवेक तन्खा लोकसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं थे लेकिन पार्टी के नेताओं ने उन्हें मना लिया है। प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया ने जबलपुर के लिए विवेक तन्खा का नाम ही प्रस्तावित किया है। माना जा रहा है कि जल्द ही विवेक तन्खा का नाम जबलपुर से उम्मीदवार के रूप में घोषित कर दिया जाएगा। पार्टी भोपाल सीट पर अपने दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह को पहले ही उतार चुकी है और अब जबलपुर सीट पर भी दिग्गज नेता यानी कि विवेक तन्खा को उतारा जा सकता है।