लोकसभा चुनाव के बाद केंद्रीय राजनीति में तो उठापटक होगी ही, मध्यप्रदेश की स्थानीय सियासत भी बदलने वाली है। सूत्रों की मानें तो लोकसभा चुनाव के बाद MP में BJP और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के संगठन में बड़े पैमाने पर फेरबदल हो सकता है। यहां तक कि दोनों पार्टियों के प्रदेश अध्यक्ष भी बदल सकते हैं। कांग्रेस की बात करें तो CM कमलनाथ ही इस समय प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी हैं हालांकि बीच में उनके हटने और अजय सिंह राहुल या किसी और को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की बात भी सामने आई थी लेकिन दोनों ने ही इससे इनकार किया था। अब कहा जा रहा है कि चूंकि कमलनाथ ने विधानसभा का चुनाव लड़ा है इसलिए विधायक बनने के बाद उनकी व्यस्तताएं थोड़ी बढ़ जाएंगी और वे प्रदेश अध्यक्ष का पद छोड़ सकते हैं। वहीं पार्टी संगठन में भी विधानसभा और लोकसभा चुनावों में सक्रियता को देखते हुए बड़े पैमाने पर फेरबदल की जाएगी। कुछ ऐसा ही आलम बीजेपी में भी है। प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह अगर चुनाव जीते तो हो सकता है केंद्र सरकार में मंत्री बन जाएं। हारे तो प्रदेश में विधानसभा और लोकसभा की हार का ठीकरा उन पर फूटना तय है। प्रदेश बीजेपी संगठन के कई मठाधीश और वरिष्ठ पदाधिकारी भी रडार पर हैं। चुनाव के बाद पूरे घर के बदल डालेंगी की तर्ज पर प्रदेश संगठन से लेकर जिलों तक में फेरबदल होना तय है।