कोरोना के कहर के बीच शिवराज सिंह चौहान पर लगातार दबाव था कि वह मंत्रिमंडल का गठन करें .इस मामले में कांग्रेस ने राष्ट्रपति तक को पत्र लिखा और कहा कि अगर मंत्रिमंडल का गठन नहीं हो सकता तो क्यों ना प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगा दिया जाए . लेकिन मंत्रिमंडल का गठन इतना आसान और इतनी जल्दी संभव नहीं है इसलिए इसका लाजवाब तोड़ निकाला शिवराज सिंह चौहान ने और गठित कर दी एक टास्क फोर्स जो कोरोना के खिलाफ सरकार की मदद करेगी स इस टास्क फोर्स में 11 लोग हैं जिसमें बीजेपी के अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा, सुहास भगत, नरोत्तम मिश्रा , जैसे कई बड़े बड़े नाम शामिल है लेकिन इसमें सिर्फ एक सिंधिया समर्थक का नाम है तुलसीराम सिलावट इसके अलावा किसी और सिंधिया समर्थकों को 11 लोगों में जगह नहीं दी गई है. तो सवाल यह उठता है कि इन 11 लोगों में क्या तुलसीराम सिलावट के अलावा कोई सिंधिया समर्थक ऐसा नहीं था जिसे जगह दी जा सके क्या इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सिंधिया समर्थकों की इस नई पार्टी में क्या जगह है.