मध्यप्रदेश में किसान कर्ज माफी का मुद्दा कांग्रेस के गले की फांस बनता नजर आ रहा है। जिस मुद्दे पर कांग्रेस विधानसभा चुनव जीतकर सत्ता में आई थी वही मुद्दा लोकसभा चुनाव में उसके लिए नेगेटिव साबित हो रहा है। सीएम कमलनाथ किसान कर्ज माफी को लेकर सबूत-पर सबूत दिए जा रहे हैं लेकिन उनके बड़े नेताओं को फील्ड में किसानों के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है। ताजा मामला महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया का है जिन्हें उनके संसदीय इलाके गुना-शिवपुरी में प्रचार के दौरान एक किसान ने जमकर खरी-खरी सुना डाली। चुनावी आम सभा में जब सिंधिया ने किसान कर्ज माफी का जिक्र छेड़ा तो एक किसान गुस्से में उठ खड़ा हुआ और कहा कि कांग्रेस की कर्ज माफी की घोषणा धोखा है और उसका कोई कर्ज माफ नहीं हुआ है। कर्ज वसूलने के लिए तीन बार पुलिस उसके घर आ चुकी है। बीच सभा में बवाल मचता देखकर सिंधिया भी सकपका गए। हालांकि उन्होंने उस व्यक्ति से कहा कि जब तुम्हें बोलने का मौका दूंगा तब बोलना लेकिन किसान तो चुप ही नहीं हुआ। बड़ी मुश्किल से कांग्रेस कार्यकर्ता उसको समझा बुझा कर वहां से हटा पाए। कुल मिलाकर लग रहा है कि किसान कर्ज माफी का मुद्दा कहीं कांग्रेस के लिए नुकसानदायक साबित न हो जाए।