अशोकनगर की मुंगावली तहसील को मिनी स्मार्ट सिटी का दर्जा मिल चुका है। और निर्माण कार्यों के लिए प्रशासन ने 90 करोड़ का फंड भी जारी कर दिया है। लेकिन इन 90 करोड़ में कितने रुपये वास्तविक निर्माण कार्य में उपयोग हो रहे हैं। यह देखने वाला कोई नहीं है। और जनता के हिस्से के पैसे भ्रष्ट अधिकारियों और ठेकेदारों की भेंट चढ़ गए हैं। यहाँ निर्माण कार्य में उपयोग हो रही सामग्री बहुत ही घटिया किस्म की है। और रेत में काली मिट्टी भी मिली हुई है। पर सभी जिम्मेदार अधिकारी लापरवाही के साथ सो रहे हैं। वहीं जब इस मामले में विधायक ब्रजेन्द्र सिंह से पूंछा गया तो उन्होंने कहा कि पूरे मामले की उच्च स्तरीय जाँच कराई जाएगी और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।