मध्यप्रदेश कांग्रेस में सियासी घमासान अपने चरम पर पहुंचता नजर आ रहा है। पार्टी की गुटबाजी खुलकर सामने आ रही है। वन मंत्री उमंग सिंघार ने पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सिंधिया समर्थक अलग पीसीसी चीफ का राग अलाप रहे हैं। सरकार को समर्थन दे रहे विधायक त्योरियां चढ़ाने लगे हैं। ऐसे में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव का दर्द भी छलक आया है। अरुण यादव ने ट्वीट करके अपने दर्द का इज़हार किया है। अरुण यादव ने लिखा है- मप्र में 15 सालों तक ईमानदार पार्टीजनों के साथ किए गए संघर्ष के बाद 8 महीनों में जो स्थितियां सामने आ रही हैं, उसे देखते हुए बहुत व्यथित हूं, यदि इतनी जल्दी इन दिनों का आभास पहले ही हो जाता तो शायद जान हथेली पर रखकर जहरीली और भ्रष्ट विचारधारा के खिलाफ लड़ाई नहीं लड़ता, बहुत आहत हूं। .. अरुण यादव पार्टी में चल रहे घमासान से काफी आहत हैं और माना जा रहा है कि इस ट्वीट के जरिए अरुण यादव ने सत्ता में बैठे लोगों के ये संदेश दिया है कि लाठी हमने खाई लेकिन सत्ता की मलाई आप लोग उड़ा रहे हो। अब कांग्रेस के सियासी संग्राम में अरुण यादव की एंट्री से क्या नए समीकरण बनते हैं यह बहुत जल्द सामने आएगा।