मध्यप्रदेश के संविदा कर्मियों के लिए एक खुशखबरी है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने संविदाकर्मियों को नियमित करने के निर्देश जारी किए हैं। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता मे लगभग डेढ़ घंटे चली बैठक में कमलनाथ ने अधिकारियों को साफतौर पर इस संबंध में निर्देश दिए हैं। आपको बताते हैं कि सीएम कमलनाथ ने अधिकारियों को क्या निर्देश जारी किए हैं।
सीएम की बैठक में लिए गए निर्णय
– निष्कासित संविदा कर्मचारियों की तत्काल वापिसी की जाए
– सभी विभागों में संविदा कर्मचारियों को नियमित पद के 90 फीसदी वेतन दिया जाए
– सभी संविदा कर्मचारियों को नियमित पदों में मर्जर करने की कार्रवाई शुरू की जाए
-किसी भी संविदा कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त नहीं की जाएंगी,
-संविदा कर्मचारियों द्वारा गड़बड़ी और लापरवाही करने के मामले में निलंबित कर जांच करने के उपरांत ही कार्रवाई की जाए,
-विभागीय योजना समाप्त होने पर विभाग में नई योजना शुरू होने पर नई योजना के पदों पर समायोजित किए जाए,
-विभाग में पद रिक्त नहीं है तो अन्य विभागों के रिक्त पदों पर समायोजित किया जाए,
– महिला एवं बाल विकास विभाग के सुपरवाइजरों को रक्षाबंधन के पहले वेतन का नब्बे फीसदी वेतनमान दिया जाए
– शाला पूर्व शिक्षा एवं देखभाल (ईसीसीई) समन्वयकों की बहाली की जाए
– अगर नियमों में बदलाव की जरूरत हो तो ऐसे नीतिगत निर्णय कैबिनेट की बैठक में प्रस्ताव तैयार कर लाए जाएं ताकि उनपर सहमति दी जा सके
– स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत कार्य एनएचएम के निष्कासित संविदा कर्मचारी एमपीडब्ल्यू कर्मचारी को भी वापस लिया जाएगा
– विभाग में कार्य सपोर्ट स्टाफ के मानदेय में बढ़ोतरी एवं उन्हें एनएचएम में वापसी करने की नीति भी बनाई जाएगी