मध्यप्रदेश में कंगाली से जूझ रही कमलनाथ सरकार की नजर अब प्रदेश के रिजर्व फंड पर है। गौरतलब है कि सत्ता में आने के बाद से ही कमलनाथ सरकार अरबों रुपयों का कर्ज ले चुकी है लेकिन कर्ज की रकम नाकाफी साबित हो रही है इसलिए अब रिजर्व फंड को खर्च किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक सरकार रिजर्व फंड खर्च करने के लिए नियमों में बदलाव का तरीका ढूंढ रही है। नये नियमों के मुताबिक सरकार आकस्मिक और विशेष परिस्थितियों में अधोसंरचना विकास और जलापूर्ति से संबंधित कामों के लिए रिजर्व फंड खर्च कर सकेगी। अभी तक विशेष आकस्मिक आपदा में ही इस फंड को खर्च करने की इजाजत थी। तंगहाली से निपटने के लिए सरकार ने पहले आश्रित निधि, निराश्रित निधि और अब रिजर्व फंड को खर्च करने का रास्ता ढूंढा है। सरकार के वित्त मंत्री का इस बारे में कहना है कि उन्हें पिछली सरकार से खाली खजाना मिला था और अब सरकार जहां-जहां से राशि का इंतजाम हो सकता है वहां से करने की कोशिश कर रही है।