MP में जहां एक तरफ गर्मी अपने तेवर दिखा रही है। वहीं रोजाना होने वाली बिजली कटौती लोगों को दिग्विजय शासन काल की याद दिला रही है। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक दिन में तापमान तेजी से बढ़ रहा है। रविवार 14 अप्रेल को टेम्परेचर 44 डिग्री रहा जो कि दस साल में सबसे ज्यादा रहा। एक दिन पहले भी टेम्परेचर 43 डिग्री था। रात का तापमान 1.5 डिग्री बढ़ा है।
एक तरफ गरमी कहर ढा रही है और कई शहरों में आज से स्कूलों में छुट्टियां घोषित करने के आदेश दिए गए हैं वहीं। प्रदेश में मेंनटेंस के नाम पर बिजली कटौती की जाने लगी है। गांवों और छोटे शहरों की तो बात ही क्या करें इंदौर, भोपाल जैसे बड़ों शहरों में भी लगातार कटौती हो रही है।
सूत्रों के मुताबिक बिजली कंपनियों ने एक महीने तक बिजली काटने का पूरा प्लान बना लिया है। वहीं अधिकांश इलाकों में बगैर पूर्व सूचना के दो से तीन घंटे के लिए बिजली कटौती की जा रही है। लोगों का कहना है कि क्या कमलनाथ सरकार को लोकसभा चुनाव में वोट कटने का डर नहीं है, बिजली ऐसे काटी जा रही है कि 15 साल पुरानी दिग्विजय सरकार की याद आने लगी है। जबकि सरकार बनते ही सीएम कमलनाथ ने घोषणा की थी कि प्रदेश में बिजली की कमी नहीं होने दी जाएगी और कटौती भी नहीं की जाएगी। सीएम ने प्रदेश में लाइन लॉस कम करके 2500 करोड़ की वेस्ट होने वाली बिजली बचाने के दावे किए थे। लेकिन सीएम के इन सारे दावों की हवा निकलती नजर आ रही है और मौसम की मार से परेशान लोगों को बिजली की मार दोहरी परेशानी दे रही है।