किसानों की कर्ज माफी का वादा पूरा करने के लिए जहां मध्यप्रदेश सरकार ने एक हजार करोड़ का कर्ज लिया है, खाली खजाने के चलते मंत्रियों और अधिकारियों के खर्चों पर अंकुश लगाने, फिजूलखर्ची रोकने और फंड की कमी के चलते कई विकास योजनाएं शुरु नहीं हो पा रही हैं वहीं मध्यप्रदेश में सीएम के बंगले के रिनोवेशन पर करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं। पीडब्ल्यूडी ने श्यामला हिल्स को कॉरर्पोरेट लुक देने के लिए आर्किटेक्ट्स से एक फरवरी 2019 तक प्रपोजल मंगवाया है। सीएम खुद प्रेजेंटेशन देखेंगे और पसंद आने के बाद काम और लागत तय की जाएगी। जानकारों का कहना है कि ये पूरा प्रोजेक्ट पांच से छह करोड़ रुपए या उससे भी अधिक का हो सकता है। गौरतलब है कि दिग्विजय सिंह सरकार के 2003 में जाने के बाद से तीन मुख्यमंत्री उमा भारती, फिर बाबूलाल गौर और शिवराज सिंह चौहान इस बंगले में रह चुके हैं लेकिन दौरान केवल मामूली बदलाव हुए। अब कमलनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार इतने बड़े पैमाने पर नया काम होगा।