धरमपुरी से कांग्रेस के विधायक पाचीलाल मेड़ा पर गुरुवार को इलाके के शराब ठेकेदार के साथ मारपीट का आरोप लगा था। शराब ठेकेदार ने पुलिस में रिपोरट् लिखवाई थी कि मेड़ा और उनके समर्थकों ने उनसे बीस लाख रुपए की मांग की और नहीं देने पर कार्यालय में बुलाकर पीटा। इसके बाद पुलिस ने विधायक को थाने में बुलाकर पूछताछ की जिससे विधायक पाचीलाल मेड़ा नाराज हो गए और दूसरे ही दिन बोरिया बिस्तर लेकर भोपाल पहुंच गए और आनन फानन में सीएम कमलनाथ के नाम लेटर जारी करते हुए इस्तीफा दे डाला। विधायक ने इस्तीफे में पुलिस और प्रशासन पर शराब ठेकेदार से मिलीभगत का इल्जाम लगाया है। इस्तीफे की खबर फैलते ही कांग्रेस में हड़कंप मच गया और पहले ही अल्पमत में किसी तरह चल रही सरकार के मंत्री दौड़े-दौड़े पाचीलाल मेड़ा को मनाने पहुंच गए। इधर विधायक जी मीडिया के सामने अपना दुखड़ा रो ही रहे थे कि मंत्रियों ने उनको उठाया और लेकर चलते बने। विधायक जी के आगे माइकों का अंबार लगा हुआ था और वो कुछ कहने की कोशिश कर रहे थे लेकिन मंत्रियों का कहना था कि सब ठीक ठाक है और वे विधायक को लेकर मुख्यमंत्री से मिलाने चले गए। मानस भवन में सीएम कमलनाथ के साथ मेड़ा की बंद कमरे में लगभग पंद्रह मिनट चर्चा हुई। कमलनाथ ने मेड़ा से इस्तीफा देने की वजह पूछी और उन्हें मनाया। कमलनाथ ने ठेकेदार और संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई का भरोसा दिलाया जिसके बाद मीड़ा मान गए और इस्तीफा नहीं देने पर राजी हो गए। हालांकि काफी देर तक राजधानी भोपाल में इस सियासी ड्रामे ने कांग्रेस के नेताओं में हड़कंप मचाए रखा।