ग्वालियर में चल रहे तानसेन संगीत समारोह में तीसरे दिन पांच सभाएं आयोजित की गई। दिन की शुरुवात सारदा नाथ मंदिर संगीत महा विद्यालय के ध्रुपद गायन से हुई। जिसके बाद गौतम काले और सौरभव्रत चक्रवर्ती ने सुर बाहर की प्रस्तुति दी। वहीं चौथी सभा मे ज्योति फगरे अय्यर ने गायन किया। और आखिरी सभा के रूप में उस्ताद निसार हुसैन खान और दयनेश्वर देशमुख ने तबला और पखावज की जुगलबंदी प्रस्तुत की। शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में प्रतिष्ठित इन दोनों वादकों ने अपने वादन के लिए 16 मात्राओं का चयन किया। दो अलग- अलग उम्र के कलाकारों की इस जुगलबंदी ने सभी कला रसिकों को अभिभूत कर दिया। इन दोनों की प्रस्तुति सुनने के लिए बडे़ नामचीन कलाकारों के साथ रसिक श्रोता भी भारी संख्या में उपस्थित रहे।