MP में कांग्रेस की सरकार भले ही बन गई हो लेकिन लगता है 15 साल सत्ता से बाहर रहने का हैंगओवर अभी उतरा नहीं है। तभी तो कांग्रेस के कई कार्यकर्ता अभी भी खुद को विपक्ष की भूमिका में ही मान रहे हैं। पिछले दिनों पिछली सरकार के जनसंपर्क मंत्री नरोत्तम मिश्रा को कर्ज माफी के मुद्दे पर लिस्ट सौंपने के लिए कांग्रेसियों का पूरा प्रतिनिधिमंडल पहुंच गया था मानो नरोत्तम मिश्रा अभी भी सरकार में हैं और कांग्रेसी विपक्ष में। यही नहीं खुद सरकार के वरिष्ठ मंत्री सरकारी अधिकारियों के खिलाफ सीएम को लेटर लिख रहे हैं। प्रदेश के सहकारिता मंत्री गोविंद सिंह ने अपने पीएस अजीत केसरी के खिलाफ सीएम को शिकायत की है कि पीएस उनकी नहीं सुन रहे हैं। वहीं सुवासरा के कांग्रेसी विधायक हरदीप सिंह डंग अपनी ही सरकार के खिलाफ धरना देने निकल पड़े, वोतो प्रशासनिक अधिकारियों ने समझाबुझाकर वापस भेज दिया नहीं तो डंग साहब खुद को विपक्ष में मानकर धरना प्रदर्शन करने पर उतारू थे ही। इधर कांग्रेस के ही छात्र संगठन एनएसयूआई ने तो धरना प्रदर्शन पर रोक लगाने के मामले में अपनी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और राहुल गांधी तक को शिकायत भेज दी है। दिग्विजय सिंह चाहे जब सीएम को किसी न किसी मामले में कार्रवाई के लिए चिट्ठी लिखते ही रहते हैं मानो वह सरकार से बाहर हों और उनके काम नहीं हो रहे हों।