सनावद में लगने वाला पीरानपीर एवं शीतला माता मेला एकता और सद्भावना का प्रतीक माना जाता है। पर इस बार इस मेले के लगने पर ही अनिश्चितता के बादल मडरा रहे हैं। यह मेला दिसंबर के पहले सप्ताह में लगता है और इसके लिए कलेक्टर से अनुमति लेनी पड़ती है। पर अधिकारियों ने जल्दबाजी के चलते कलेक्टर से अनुमति लेना जरूरी नहीं समझा। जिस वजह से लोगों और दुकानदारों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हर जगह अव्यवस्था फैली हुई है। और अभी तक ना तो पिरानपीर बाबा का संदल पूजन हुआ है और न ही शीतला माता का हवन हुआ है। इन अव्यवस्थाओं के चलते लोग परेशान होने के साथ ही मेला लगने को लेकर भी चिंतित है।