ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों ने अपनी पुरानी पार्टी कांग्रेस के साथ दगा ही इस शर्त पर किया था कि उन्हें मुफीद स्थान मिलेगा. लेकिन शिवराज सरकार से फिलहाल सिंधिया समर्थकों को धोखा ही मिलने वाला है. क्योंकि कैबिनेट की पहली खेप में सिंधिया के खास समर्थकों को कैबिनेट में जगह मिलने वाली नहीं है. सिंधिया के जो समर्थक कमलनाथ कैबिनेट में रहे मसलन इमरती देवी, गोविंद सिंह राजपूत, मनीष सिसोदिया, प्रभुराम चौधरी को फिलहाल जगह नहीं मिलने वाली है. दरअसल इमरती देवी का पत्ता कट रहा है नरोत्त मिश्रा की वजह से. इसी तरह गोविंद सिंह राजपूत मनीष सिसोदिया से ज्यादा तवज्जो भूपेंद्र सिंह और गोपाल भार्गव जैसे नेताओं को दी जा रही है. जो पार्टी में तो दमदार हैं ही राजनीतिक सीनियोरिटी में भी सिंधिया समर्थकों से ज्यादा है. हालांकि शिवराज ये पहले ही क्लीयर कर चुके हैं कि शुरूआत में कैबिनेट में बहुत कम मंत्री होंगे. इसलिए भी फिलहाल सिंधिया समर्थितों को मौका नहीं मिल पा रहा है. पर विस्तार होने पर इनका नंबर लगना तय माना जा रहा है.