ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर इन दिनों एक नई चर्चा सियासी हलकों में हो रही है। वो ये है कि सिंधिया अपने समर्थकों के साथ बीजेपी में शामिल हो सकते हैं और बीजेपी उन्हें MP का CM बना सकती है। ये भी कहा जा रहा है कि कमलनाथ सरकार के सिंधिया समर्थक मंत्री भी इस्तीफा देकर सिंधिया के साथ बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं। सियासी जानकारों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस में सिंधिया की पोजिशन काफी डाउन हुई है और कमलनाथ सरकार में उनके समर्थक मंत्रियों को भी तवज्जो नहीं मिल रही है। वहीं बीजेपी से जुड़े सूत्रों की मानें तो बीजेपी के नेता अपनी पार्टी की वरिष्ठ नेता रहीं राजमाता विजयाराजे सिंधिया का कर्ज उतारना चाहते हैं इसलिए अमित शाह राजमाता के पोते ज्योतिरादित्य को MP का सीएम बनवाना चाह रहे हैं ताकि राजमाता के प्रति पार्टी के दायित्व को पूरा किया जा सके। लोगों का तो ये भी कहना है कि सिंधिया की मुलाकात अमित शाह से हो चुकी है और अमित शाह ने सिंधिया को एमपी की सीएम बनाने का प्रस्ताव भी दिया है। हाल ही में सिंधिया का प्रस्तावित ग्वालियर दौरा भी रद्द हो गया है जिसके बाद इन चर्चाओं को और बल मिल गया है। ज्योतिरादित्य सिंधिया 20 और 21 अगस्त को ग्वालियर आने वाले थे लेकिन अब नहीं आ रहे और इसको लेकर कहा जा रहा है कि वे बीजेपी में शामिल होने जा रहे हैं इसलिए ग्वालियर दौरा रद्द किया गया है। वहीं कांग्रेस के लोग इन सब खबरों को बीजेपी की साजिश बता रहे हैं। कांग्रेसियों का कहना है कि महाराज कभी भी बीजेपी में शामिल नहीं हो सकते।